a real feel with a friend खैरियत तो नहीं बता सकते पर खामोशियां पाल रखी है वह मासूम सूरत आजकल दिल को संभाल रखी है वह दो पल की यादों में दूरी भी हमें बेताब कर जाती है हमने अब लफ्जों में भी उसकी ही मिसाल रखी है कुछ इश्क़ का माहौल होगा दिल के शहर में अभी तभी तो उसकी यादें मोहब्बत का सवाल रखी है golu swami real feel