Men walking on dark street मेरे अल्फ़ाज़ों का गुनाह सिर्फ़ इतना था मैंने जो कहा सब सच कह दिया। गर कोई रूठता है मेरे सच से तो बेशक़ रूठ जाए किसी का दिल रखने के लिए मैंने झूठ का सहारा नहीं लिया कुछ देर किसी का दिल रखूं,और फिर तमाम गम दूँ बेहतर यही था सच बोल के अंजाम सही दिया मेरे एक एक अल्फ़ाज़ दिल के तराज़ू में तोले हुए हैं मैंने सारा हिसाब बराबर रखा ,किसी से कभी सौदा नहीं किया ©Richa Dhar #Emotional मेरे अल्फाज़