अभी तो नई-नई ही निकल रही हो तुम होंठों पे रक़ीब के जल रही हो तुम धुआँ बनके सांसो मे घुलती जा रही हो याने कि रोम-रोम मे पिघल रही हो तुम हर कश के साथ लेकिन वजूद खो रही हो प्रतिपल राख में तब्दील हो रही हो जब टूटने लगो तो मुझे फिर बताना मैं ऐशट्रे हूँ मुझमें तुम खुलके बिखर जाना #चौबेजी ©Choubey_Jii #चौबेजी #Nojoto #tum #you #Love #lovequotes #nojotohindi #Shayar #Shayari #poem