क़ाश के ये ज़िन्दगी, फ़िर से मेरी, कोरा कागज़ हो जाए, इबारतें नई, मैं नए सिरे से उकेर दू, हर हर्फ़ के साथ... कितने ही गिले है, ना जाने कितनी शिकायतें है, मन मे, क़ाश मौक़ा हाथ लगे, मैं सब सुधार लू इत्मिनान के साथ... बड़ी नादान सी ख़्वाहिश तो है, कि, गुज़रा वक़्त, मैं जी लू, क़ाश, ये मुमकिन हो, मेरी तक़दीर की कलम हो मेरे हाथ... अनायास, आ जाते है, कुछ ख़याल ऐसे भी, बेवज़ह के, मैं खो जाता हूँ कभी कभी, पागलों वाली ख़्वाहिशों के साथ... ©Bhushan Rao...✍️ #बे_वज़ह_के_ख़याल #कोरा_कागज #NojotoWriter Sanju Singh Amita Tiwari Sandip rohilla deepti Sudha Tripathi dhyan mira rahil sarika adhury hayat aditi agrawal swechha s asmita singh internet jockey सत्य