निर्वस्त्र देह: –--------- पैदा हुए तो निर्वस्त्र, ढका तन घर वालों ने, स्कूल, कॉलेज फ़िर जॉब, फ़िर इश्क़ या शादी, सुहागरात पर, फ़िर निर्वस्त्र, ढलती उम्र के साथ, शरीर का ढलना, जब छोड़ गए दुनियां को, तब चिता पर निश्चिंत लेटे हुए, फ़िर निर्वस्त्र !! #zindgi #positivity #riturajgupta #lovestories #liveyourlife #poetryhub #nakedtruth