तुम चल पाओगे साथ मेरे कुछ दूर का सफ़र। तय कर पाओगे साथ मेरे कुछ दूर का सफ़र । 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 मंज़िल एक अपनी रास्ता भी एक अपना है ! ख़्वाब भी एक हो गए एक ही अब सपना है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 विरासत की अमूल्य निधि को बचाके रखेंगे। पुरखों ने जो छोड़दिये निशां उनपे ही चलेंगे। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 भटककर रहगए राही मंज़िल की तलाश में! ढूंढती रहती है ख़्वाहिश उन्हें भी ख़लास में। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 सितारों की रोशनी में नहाता शहर को देखिए! रात के ख़्वाबों की हक़ीक़त सहर में देखिए। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 ♥️ Challenge-657 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।