याद है मुझे वो दिन आज भी, जब मेरी नज़र उसकी नज़रों से टकराई थी, पहले बेंच पर बैठी थी वो, थोड़ी सी घबराई, थोड़ी शरमाई सी, हिरनी सी थी आंखे उसकी, थी लब पर ख़ामोशी, पता नहीं क्यों उसके चेहरे पर थी छायी उदासी. मैं था एक आवारा सा लड़का, पर पहली दफ़ा था मेरा दिल किसी के लिए धड़का, वह शायद मुझे देख कर डर गई थी, पर वो पगली लड़की मेरे दिल में घर कर गयी थी. वक़्त रहा था गुज़र, पर उसे न थी मेरी फ़िकर, मुझे हर पल थी उसकी आस, उसके लिए मैं ना सही, पर वह थी मेरे लिए खास. फिर एक ऐसा भी दिन आया, जब मैं उसे पहले बेंच पर न पाया, वह जा चुकी थी शहर छोड़कर, मेरे सपनों, मेरे जज़्बातों को तोड़कर, मुझे ग़म था मैं यह बता न पाया, मैंने खुद बेहद बेबस, लाचार पाया. मुझे नहीं खबर आज कहाँ है वो, पर मैं भूल नहीं सकता उसको, किसी दिन ढूंढ़ लूंगा, उसे दुनियां के किसी कोने से, क्योंकि मेरी पहली मोहब्बत है वो. क्योंकि मेरी पहली मोहब्बत है वो.. #firstlove