तेरा ही ख़ुमार है , तू हि तू सवार है ख़्वाबों के मानिंद पुलिंदे पकड़ यूँ बेमिशाल है ! DQ : ये चर्चे सरेआम है हम तेरे गुलाम हैं, अंदर जो झाँका खुद के खोया एक आफ़ताब है ! 💓