"आज कुछ यूं हुआ मेरे साथ" सुबह 10 बजे शेल्फ़ से राहत इंदौरी साहब की लिखी किताब "नाराज़" लेकर बैठा। 1 बजे जब वक़्त हुआ लंच का तो खाना खाते हुये दिल में ख़याल आया कि कितनी ऊंची शख़्सियत है राहत साहब, कभी ज़िन्दगी में मौक़ा लगा तो आपसे जरूर एक बार मिलूँगा। घण्टेभर पहले ख़बर आयी आप इस दुनिया से रुख़सत कर चुके है। दिल को एक बेहद तेज़ झटका लगा। या परवरदिगार... राहत साहब को जन्नत में आला मुक़ाम अता फरमाना और हम सबको सब्र।। आमीन।। आपका दोस्त अब्दुल्लाह क़ुरैशी✍️ #RIPRAHATINDORI #Nojoto #nojotonews #Shayari #Maut #Dard #arzhai