मेरा वो पहला पहला प्यार मैं कैसे छोड़ पाऊंगा, तुम बाहों में हो लो माना उसे कैसे भूलाऊंगा, सुना मैंने है इश्क-ए-दीप हवा से बैर नहीं रखते हवा को मोड़ भी दू पर दीप मै कैसे बुझाऊंगा। एक मुक्तक... #nojoto #nojotohindi #love_thought