यूं बीते फसाने बुन कर, आज को उस कल से जोड़ लिया.. यूं कहानियां आगे की चुन कर, फिर ऐसे ही आज से मुंह मोड़ लिया.. ना वो कल उसके कुछ काम आया, ना इस कल का ही कुछ पता था.. पर वो ठहरे अपनी ज़िद पे इस क़दर कि, कल, आज और कल, तीनों का आज खो दिया.. #today #tommorow #yesterday #msj #present #lifequotes #shayari #poetry