समझती क्यों नहीं दुनिया प्रेम कितना ज़रूरी पाया हुआ नेमत ईश्वर और प्रकृति से जीने दो प्रेम को खुल कर उसे भी सांस तो लेने दो— % & समझती क्यों नहीं दुनिया #समझतीक्योंनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi