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थामकर ही बालक घर की दुनिया से बाहर की दुनिया में क़

थामकर ही बालक
घर की दुनिया से
बाहर की दुनिया में
क़दमों को बढ़ाता है

पिता के दम पर ही बालक
इच्छाओं के पर्वत बनाता है
क्या है ऐसा जो मिल नहीं सकता
पिता तो उसे बादशाह नज़र आता है

बिना पिता के तो समझो
बालक का मन मर जाता है
पिता के साथ ही अपने को
बालक पूरा समझ पाता है!
🌹 OPEN FOR COLLAB ✨ #ATपिताकाहाथ • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️

Collab on this Father's Day special BG with your soulful words.✨ 

• Must use hashtag:  #aestheticthoughts 

• Please maintain the aesthetics.
थामकर ही बालक
घर की दुनिया से
बाहर की दुनिया में
क़दमों को बढ़ाता है

पिता के दम पर ही बालक
इच्छाओं के पर्वत बनाता है
क्या है ऐसा जो मिल नहीं सकता
पिता तो उसे बादशाह नज़र आता है

बिना पिता के तो समझो
बालक का मन मर जाता है
पिता के साथ ही अपने को
बालक पूरा समझ पाता है!
🌹 OPEN FOR COLLAB ✨ #ATपिताकाहाथ • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️

Collab on this Father's Day special BG with your soulful words.✨ 

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