वो पास ही मेरे डूब रहा था नदी में, मैं पास बस देखता रहा होकर बेबस किनारें में, बचा तो सकता था लहरों से उस डूबते को, ऐसा ना था की तैरना मुझे था आता नहीं, लेकिन असमंजस मैं था मैं, खबरें तो बन जाती उसको बचाने की, लेकिन इंसानियत जताने को उस पल की, तस्वीर उतारने को था साथ मेरे वहां कौई नहीं, भाई social media मैं लाईक भी तो मायने रखता हैं। (विनम्रता पूर्वक निवेदन हैं इसे कौई अपने उप्पर तभी ले जब आप ऐसे करते हैं, क्योंकि मेरे एक रिश्तेदार के ये पूछने पर लिखा हैं की मैं उसके पौस्ट को facebook पर लाईक क्यों नहीं करता हूँ जबकि वो जरूरत पर ही हमें याद करते हैं) #Hope #दिखावटी_इंसान #Nojoto #nojotoaap #nojotohindi