जब स्वच्छ भारत अभियान की पताका ले उड़े खरदूषण ! "दमा राजधानी" में तब्दील दिल्ली का और बढ़ गया प्रदूषण ! जो महक गुलाबी शर्दी की आहट सी होने वाली थी महज़ ख़याली ख़्वाब बन गए अब खून सभी लागे चूषण ! गर्द उडी और धुंआ उठा आँखों में अगन लगा बैठी ! दिल वालों के दिल के साथ फेंफडों में भी फील हो गई है धड़कन ! 😀😀😂😂🍫🌲🌼☕☕🙏 "शाम है धुआं धुंआ" सुबह दोपहर रात भी है अब धुआं धुंआ ! दिल्ली के दिलवाले दुल्हनियां की जलती आँखों से परेशान होकर हो गए रूआँ रूआँ । समझ नहीं आ रहा कि वफ़ा के बाद भी फीलिंग्स बेवफ़ाई वाली काइको आ रही हैं । 🙏☕🌼🌼🌲🍫😂😂😀 कन्फ्यूजन में सब गाये जा रहे हैं