Nojoto: Largest Storytelling Platform

घमंड ये हांड मांस का शरीर कितना तेरा है कितना मेर

घमंड 
ये हांड मांस का शरीर कितना तेरा है
कितना मेरा है|
एक दिन ये मिट्टी में मिल जाना हैं |
क्यों घमंड है इस काया पर 
ना कुछ ले कर आया था 
ना कुछ ले कर जाना है|
जिसने जितना मन करे प्यार कर
जितनी मन करे नफरत कर
सब यही रह जाना हैं |
साथ में हमारे कर्म ही जाना है|
ये हांड मांस का शरीर कितना तेरा है 
कितना मेरा है |

©shefalika chourasiya
  #kaya