सपना हिन्दुस्तान का एक बार हिन्द आ कर देखो, भक्ति में डूबा रसखान मिलेगा। जतियता के बंधन से मुक्त, ये पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा।। धर्मो की यह है जननी , पर हिन्दू ना मुसलमान मिलेगा। भारत मां के हैं ये पुत्र , यहां तो सिर्फ इंसान मिलेगा। चितरंजन कुमार दीवाना ऐसा हिन्दुस्तान चाहिए।