मैं कुछ भी कहूँ, कुछ भी करूँ, तुम्हें तो इल्म भी नहीं मेरे जज़्बातों का, अनजान हो इस दिल के अरमानों से, खुश हो अपनी दुनिया में, और मैं तुम्हीं में ढूंढ रही हूँ, इस दुनिया में जीने का सहारा। हाँ और किसी को भी क्या! #तुमकोइससेक्या #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi