सबकी अस्तित्व अपनी अपनी होती है, चाहे वह मिट्टी हो या सोना सभी अपने पैरों तले खड़े होते हैं! उनके मर्जी बिना किसी का क्या हस्ती की किसी की अस्तित्व... सभी अपने ही अस्तित्व पर जीते हैं!! पैरों तले खड़े हैं हम ,कौन उठाएगा हमें, हम तो अपने तले पले हैं हम, कौन रुला सकेगा , अस्तित्व तो हमारी यही है , कौन मिटा सकेगा हमें ,कौन झुका सकेगा हमें ,मेरे खुदा के सिवा ,🙏किस में इतनी ताकत है जो हमें हिला सके ,और हमें अपने आप से माप सके !! 🤗 tanks