एक अजीब सा दर्द दिल में उठा था मुझे लगा ये ऐसे ही हो रहा होगा पर क्या पता था यह दर्द और बढ़ जाएगा आज जब लोगों से सुना की इसकी उम्र ही क्या है जो इन बीमारियों से लड़ रहा है ये दूसरों को जिंदगी देने वाला आज खुद की जिंदगी से ही लड़ रहा है मैने कहा यही तो भगवान की रजा है वो देख रहे हैं ये अकेला कितना लड़ सकता है और मैं इतना काबिल नही की दूसरों को ज़िंदगी दूं वो मेरे कृष्णा देते हैं मैं कुछ भी नही किसी के लिए करता हे कृष्ण बस खत्म करो अब ये दर्द अब नही सहा जाता तुम से अच्छी तरह से कौन जानता है मैं इन दर्दों के अलावा भी कितने दर्दों से गुजर रहा हूं ©krishu lifeline आर