तेरे बिना मेरी कोई मंजिल नहीं, मझधार है जिंदगी साहिल नहीं, चाहे रहुं लोगो की भीड़ में, तेरे बिना मेरी कोई महफ़िल नहीं। ©Riti sonkar #yeduniya Ravi vibhute