इश्क़ खता है या जहर है, इश्क़ बला है या कहर है। अहमियत नहीं यहाँ इसकी क्योंकि ये मुर्दो का शहर है। इश्क़ खता है या जहर है, इश्क़ बला है या कहर है। अहमियत नहीं यहाँ इसकी क्योंकि ये मुर्दो का शहर है। #nojotopoetry #nojotourdu #love #poision