होकर तुझसे जुदा ये मेरे जज्बात अब मुझसे पूछने लगे हैं जी पाएगा क्या उसके बिना, एक पल भी ये पूछने लगे हैं सोचता हूं इस मौत की आगोश को गले लगा ही लू में पर क्या मर भी पाएगा उसके बिना यह मेरे जज्बात अब मुझसे पूछने लगे हैं। होकर तुझसे जुदा यह मेरे जज्बात मुझसे पूछने लगे हैं... होकर तुझसे जुदा