Nojoto: Largest Storytelling Platform

फिर आया एक दिन ऐसा कि दिल हाथों से रेत सा फिसल गय

फिर आया एक दिन ऐसा कि 
दिल हाथों से रेत सा फिसल गया
दिल लगाया था कभी मैने उससे
पर उसने दिल से दिमाग़ लगा दिया जिंदगी ! 
दर्द की किताब भी ....
खुशीयों का उजाला भी ....
राह-ए-जिंदगी का सबक भी ....
दर्द का मरहम भी ....
चूनौतीयों की मंजिल भी .....
रिश्तों का साहील भी ....
अश्कों की सौगात भी ....
फिर आया एक दिन ऐसा कि 
दिल हाथों से रेत सा फिसल गया
दिल लगाया था कभी मैने उससे
पर उसने दिल से दिमाग़ लगा दिया जिंदगी ! 
दर्द की किताब भी ....
खुशीयों का उजाला भी ....
राह-ए-जिंदगी का सबक भी ....
दर्द का मरहम भी ....
चूनौतीयों की मंजिल भी .....
रिश्तों का साहील भी ....
अश्कों की सौगात भी ....