इस मुश्किल की घड़ी में, वह मुझे याद कर लेती है। पूछ लेती है तमाम ख़बरें, मन की व्यथा दिनभर की। मुस्कुराके कुरेदती है मन, आँगन, किचिन, पिछवारे! क्या खाया, क्या बनाया, करती बात थके हारे की। जिगरी दोस्त हो तो ऐसी, जो मेरा साथ निभाती है। खुली चुनौती कहावत से जुड़ी। ( प्रस्तुत कर्ता : English Proverbs World ) नमस्कार अद्भुत लेखकों। हमारी आज की चुनौती है: जिगरी दोस्त। ( #EPWजिगरीदोस्त ) कोलेब करे मित्रों। यह कठिन समय में कुछ लफ्ज़ दोस्ती की नाम।