डर लगता है अब खुद से जब जब देकती हु खुद को खुद से खुद पूछती हुँ क्या कसूर था मेरा जो मेरे प्यार के बदले मुझे मेरे अपनों ने नफरत दिया मैंने तो हर रिस्ते को निभाया फिर क्यों हर बार मुझे धोखा दिया खुद को इतना बड़ा बना दिया कि मुझे मेरी नजरो मैं गिरा दिया ©gumnaam रूठता मन #priyankaverma #rain Poetry Stage Publication House Dr. Sonia shastri Poetry Lover Namrata Tripathi Nakul Shahani 🏅