-: कुछ यूं बितानी हैं ज़िन्दगी :- निकालो कुछ फुरसत के लम्हा यूँ तुम। घूमो दुनिया की डगर डगर शहर शहर कभी तुम । लगे जैसे कदमों में जहां हो तुम्हारे ........। रुके ना कदम कभी ये थके हारे । इक जुनून सा सवार रहे हर पल हर दम तुम पर । ना बाकी रहे दुनिया का कोई भी सफर । लगे कि अब नाप ली कदमों ने दुनिया । इत्मीनान से फिर उम्र के पड़ाव को किसी मोड़ में ठहरकर बिताया जाए । पुराने सफर को अपनों के संग गुनगुनाया जाए। फिर किसी दिन एक लंबी सांस के साथ, सुकून से सोया जाएं । -dear diary #Life #zindgi #Love #Romantic #Gulzar