खामोश हूं आज मैं वाक़िफ हुआ हूं उनकी हर गुस्ताखियों से उनसे राब्ता रखना ही हमारी सबसे बड़ी भूल थी ... -©अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) खामोश हूं आज मैं वाक़िफ हुआ हूं उनकी हर गुस्ताखियों से उनसे राब्ता रखना ही हमारी सबसे बड़ी भूल थी ... -©अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक)