गुलाब पुष्प की पंखुड़ियाँ ------------------------------- जो दे रहा हूँ गुलाब तुम्हे मैं उससे दृष्टि सटा के देखो। गुलाब पुष्प की पंखुड़ियों में मेरे प्रेम की छटा को देखो।। इस गुलाब के रंग में मेरे तुम विश्वास का प्रकाश देखो। इसके मकरंदों में तुम मेरी अपने प्रेम की प्यास को देखो।। इसकी टहनी है प्रेम बाण तुम मेरे हॄदय पर चला के देखो। गुलाब पुष्प की पंखुड़ियों में मेरे प्रेम की छटा को देखो।। कांटे हैं साथ तो क्या हुआ थोड़े दोष तो हम सबमें हैं। छोटी छोटी भूलों के फेर में तुम और हम नहीं भरमें हैं।। यह गुलाब नहीं सर्वस्व है मेरा इसकी छवि हृदय में बिठा के देखो। गुलाब पुष्प की पंखुड़ियों में मेरे प्रेम की छटा को देखो।। जो दे रहा हूँ गुलाब तुम्हे मैं उससे दृष्टि सटा के देखो। गुलाब पुष्प की पंखुड़ियों में मेरे प्रेम की छटा को देखो।। #rose #गुलाब गुलाब पुष्प की पंखुड़ियाँ ------------------------------- जो दे रहा हूँ गुलाब तुम्हे मैं उससे दृष्टि सटा के देखो। गुलाब पुष्प की पंखुड़ियों में मेरे प्रेम की छटा को देखो।।