Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितने निर्लज निष्ठुर हैवान है हम कहते है इंसान है

कितने निर्लज निष्ठुर हैवान है हम
कहते है इंसान है हम।

संवेदनाए मर गई भावनाए भी ढेह गई
कोम तेरी धर्म,जात,रंग,भेद में लड़ रही
हर जात से परे वो इंसानियत सिखा गई
शर्म है एक माँ तुम पर हस गई।

पत्थर दिल भी एक बार को तो पसीजता है
कैसा ह्रदय तेरा जो पानी हो गया
दुष्ट कर्म तेरा पानी पानी कर गया।

किस घमंड में है तू, हर दिन मर रहा 
जाहिल है तू, प्राणी को जानवर समझ रहा ।

कितने निर्लज निष्ठुर हैवान है हम
कहते है इंसान है हम।

   Priyanka #petlovers #badnews #RIP
कितने निर्लज निष्ठुर हैवान है हम
कहते है इंसान है हम।

संवेदनाए मर गई भावनाए भी ढेह गई
कोम तेरी धर्म,जात,रंग,भेद में लड़ रही
हर जात से परे वो इंसानियत सिखा गई
शर्म है एक माँ तुम पर हस गई।

पत्थर दिल भी एक बार को तो पसीजता है
कैसा ह्रदय तेरा जो पानी हो गया
दुष्ट कर्म तेरा पानी पानी कर गया।

किस घमंड में है तू, हर दिन मर रहा 
जाहिल है तू, प्राणी को जानवर समझ रहा ।

कितने निर्लज निष्ठुर हैवान है हम
कहते है इंसान है हम।

   Priyanka #petlovers #badnews #RIP