ये दुनिया है साहब यहां हर चेहरे पर चेहरा है कोई दिल ही दिल में नफरत करेगा सामने तुम्हारे मीठे बोल बोलेगा कोई चेहरे पर नफरत रखेगा पर तुम्हारी पीठ पीछे कुछ नहीं कहेगा भरोसा सिर्फ अपने आप पर करना विशवास की डोर को अपने हाथ में रखना यकीन कांच सा होता है बनाते बनाते जिन्दगी गुजर जाती है पर टूटने में इक पल नहीं लगता Poetrywithakanksha ✍️ #feather #duniyan #poetry