मुझे प्यार पर तो कभी से ही विश्वास नहीं था, मगर दोस्ती पर नाज़ रहा.... मगर आज क्या ही कहूं उस दोस्ती पर जहां अब वो दोस्त ही बदल गया... अकसर नए लोगों के लाइफ में जुड़ जाने से लोग पुरानों लोगों को या दोस्तों को महत्ता कम देने लगते हैं... नए के मिल जाने से उनका बदल जाना बिल्कुल स्वभाविक सा हो जाता है...! #freindshipday #soulfulshunya