Jai shree ram हम सब तो हैं चाकर अपनी मालगुजारी रामलला दुनिया के सब रिश्ते नाते दुनियादारी रामलला जीवन के अंधियारे पथ में आस हमारी रामलला धरा गगन दिनकर शशि वायु सृष्टि सारी रामलला ©Kavi Vikash Shukla #JaiShreeRam poetry in hindi poetry poetry quotes Hinduism hindi poetry