अकेलापन मुझे बिल्कुल भी नहीं भाता, बिना उनके एक पल भी रहा नहीं जाता। अखरता दिल को उनका साथ नहीं होना, साथ छूटा जबसे आ रहा दिल को रोना। उन जगहों से जुड़ गई यादें संग बीते पल, देखें भविष्य के सपने गुजरे थे हसीं पल। लगते हसीं शहर भी अब जैसे हो वीराने, लगते प्यार के गीत जैसे हो गमभरें तराने। फिर से मिल जाएं मुझे बस उनका साथ, मिटेगा अधूरापन थामेंगे वो फिर से हाथ। #alone*ek pal bhi raha nahi jayen