तुम्हारे बिना मैं उदास हूँ जाना तन्हाईयाँ भी रास नहीं आ रही और ये चाँद भी सितम ढाह रहा है; उस चाँद से कहना ज़रा कि जिस दिन तेरा महबूब आया उसे फ़लक से उतार तेरे कदमों में रख देगा; जिस दिन मेरा महबूब आएगा ये चाँद अंधेरों में कहीं खो जाएगा; और फ़ना होगी सारी कायनात़ तब जब सितारों संग मेरा महबूब भी मेरी बाहों में सो जाएगा। -Niharika & Satish In collaboration with Niharika Karan फ़लक को नहीं इजाज़त फ़ना हो जाने की कि मेरा चाँद अभी नज़र आया नहीं #YQdidi