रात को पाने के लिए चाँद निकलता है चाँदनी रात में अकेला चाँद महकता है किसी की दरियादिली का अंदाज़ा नहीं है सबको इन दोनों को मिलाने ही तो रोज शाम सूरज ढलता है ~~Dimple Panchal #दरियादिली