माना कि लाजवाब हो तुम हमें भी मगर कम न समझो तुम लफ़्ज़ तुम्हारे तलवार सही शब्द हमारे भी कम दमदार नहीं जो कहते हो मन को छूता है हमारे भी शब्द हृदय से दूर नहीं दिल की तुम लिखते हो हमें भी दिल से परहेज़ नहीं और सुनो ध्यान रखना प्रेमी तुम, हम भी प्रेम से दूर नहीं सभी को समर्पित🙏😊❣️ OPEN FOR COLLAB✨ #ATloverosepoem • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨