वह दर्द है , जिसे निगाहों की ख़ता से, दिल को मिला है । ज़माने-बेरहम मे, वफाओं का यही तो सिला है। अब किसको क्या मिला , ये नसीबों की बात है, नहीं अब किसी से , शिकायत या ग़िला है। , OPEN FOR COLLAB✨ #ATमेरीख़ामोशीकेपीछे • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.