हक़ पाने तक तो ठीक था बस जलाने तक भी ठीक था। पर झुका के झंडा देश का दिखा दी अपनी नीचता। किसान मेरे तुम हो भाई मेरे पर ये उपद्रव ता समझ न आई मेरे लड़ो और जीतो वाहे गुरु जी भी संग तुम्हारे है पर ये कैसी चाल तुम्हारी जो चल रही तलवारें हैं। मांग को अपनी मनवाओ तुम तुम्हे समर्थन हमारा है। पर तुमसे भी ज़्यादा हमको अपना लहराता तिरंगा प्यारा है। ©V.k.Viraz #किसान #आंदोलन indira Swati Srivastava 😊