हसरत तो न की कभी पर ये बेवफा अश्क नहीं ठहरते वक्त बेवक्त बस बह निकलते हैं ऐ खुदा नज़र पङे तो देख लेना इधर कभी न तो उम्मीद का दामन छोङा है न यकीं की हथेली सब्र ही रास्ता है और मैं वाबस्ता राहों में अब बस खुश रहना चाहता हूं महताब पे इस चांद की इक मुसकान चाहता हूं अकेला ही सही पर अब बस चार कदम खुल के रखना चाहता हूं ऐ ज़िन्दगी इतनी सी आरज़ू है बस कि अब ज़िन्दगी जीना चाहता हूं!!!! #yqbaba #yqdiidi #inspiration #sad #life #loveyourself #myway