फुर्सत जो मिले तो मुझे पढ़ना जरूर वक्त बेवक्त याद किया करते हैं तुझे, बेक़रारी हाले दिल यहाँ लिख लिया करते हैं। मजबूरियाँ जमाने में लाख हैं सब की, कोई बयाँ तो कोई खामोश रह लिया करते हैं, धड़कता तो सबका दिल है, कोई यूँ ही धड़कनॉ को दबा दिया करते है, धडकनें तो खूब धड़कती है हमारी, भी तभी अपनी कलम से बयाँ किया करते है । हम तो बस इतनी गुजारिश किया करते हैं आपसे, फुर्सत मिले तो जरुर पढा कीजियेगा इतना एहसान जरुर कर दीजिएगा, अपना दिले हाल भी कभी लिख दीजिएगा । :"दीप: #Mujhe_padhna_jarur