मैं शायरी लिखू या अल्फाज़ क्या फर्क पड़ता है मैं गम लिखू या राज क्या फर्क पड़ता है लिखू कोई शब्द तो पड़ना अच्छा लगे पर मैं तो लिखती हु सिर्फ अहसाह जो सिर्फ सच्चे लगे मैं शायरी लिखू या अल्फाज़ क्या फर्क पड़ता1 है saloni toke.... samajha ke bahar hai