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॥ शतशत्रूणां परिहारमेकमित्रम् ॥ || स्वयं भव, न दर्

॥ शतशत्रूणां परिहारमेकमित्रम् ॥
|| स्वयं भव, न दर्शयतु ॥
ॐ नमः कर्णपिशाचिनी अमोघ सत्यवादिनि मम कर्णे अवतरावतर

©Raj 
  जैसे हो वैसे ही रहो।
#श्रीमद्_भगवत_गीता।। #जीवन #अनंत #life #love #वेयफ्लाइफ #bharat
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Raj

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जैसे हो वैसे ही रहो। श्रीमद्_भगवत_गीता।। #जीवन #अनंत life love #वेयफ्लाइफ #bharat #पौराणिककथा

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