हमारा मन बहुत विचित्र होता है जब तक सापेक्ष बात होती है तब बहुत खुश होता है जैसे ही निरपेक्ष बात होती है तुरंत परेशान भी हो जाता है । सम्भावनाओं के तिमिर में एक मन ही है जो आपको जिता देता है और हरा भी देता है। ©uvsays #uvsays #thought_of_the_day #wellness_dimensions #social_wellness #intellectual_wellness #mukhota