इस रात को गहराई से महसूस किया तो जाना मैंने कि ये अजीब सी खुशबू और खुशी देती हैं खो जाऊँ इस इस ठंडी -ठंडी पुरवाई में रम जाऊँ तेरी मीठी-मीठी बातों में कह दूं उस चाँद को भी कि ठहर जाना तू भी कुछ पल हमारे साथ हमारी बातों का सिलसिला अभी थमा नहीं हैं मेरी शिकायतों का किस्सा रुका नहीं हैं झपकियाँ अगर आये तुझे तो मत जाना कही तू इतनी मेहरबानी तो हमपे तू करना जरूर उनकी बाँहो में खोई हुई हुँ मैं,कुछ सुकून की सांस ले रही हुँ मैं कुछ उनकी कुछ मेरी इच्छा जता रही हुँ मैं हो अगर तुझे पसन्द तो एक आवाज दूं सुन तू भी ए आसमां मेरी बात मेरे यार को करना है मेरा दीदार तारों की रोशनी में सजाना है मुझे मेरे संसार यादों में फिर संजोये रख कहना है हरबार तुमसे करू क्या मेरा इज़हार चलो आँखों से ही अभी समझो मेरा ये प्यार फिर कर लुंगी मैं ,मेरा ये दिल का इकरार nojoto app#love poetry