#OpenPoetry जब हम साथ में थे तो मेरे अल्फाज़ तेरी ख़ूबसूरती, तेरी अच्छाई पर थी तेरे भोलेपन, तेरे सादेपन पर थी तेरी अदा , वफा - जफा पर थी तेरी रूठने, तेरे खफा पर थी बार बार, हर दफा पर थी अब जब तू नहीं है सब मेरे बारे में है मेरे अल्फ़ाज़ मेरी ख़ामोशी मेरी मदहोषी मेरी नाराजगी मेरी मायूशी मेरा अकेलापन ,मेरा पागलपन हा लेकिन एक बात है तब भी ये तुझसे जुडी थी अब भी ये तुझसे जुडी है तू #OpenPoetry