प्रेम कथा का अंत ना कोई, चाहे कितनी बार इसे मिटाऐ, प्रीत की रीत अनोखी साजन, कुछ नहीं मांगें सब कुछ पाएं...!!! ☢ प्रेमकथा का अंत ना कोई...!!!