साथ जीने- मरने की विरासत ही संभाली जाए ; क्यूँ न मोहब्बत की रवायत भी बचा ली जाए ; फैसला जो भी हो, बस इतना ख़्याल रहे ; मजहब की आड़ में, जिंदगियाँ ना जलाई जाए ! आज फाँद मजहब की दीवारें, गले मिले एक-दूसरे से; क्यूँ न फैसले की आँच से पीढ़ियाँ बचा ली जाए !! kumar vishwas & guru007 #guru007 #nojotohindi #kumarvishwas #ram #nojoto