मेरी सांसों की बगावत थी या तेरी कमी मेरी आंखों में दिख रही थी अपनों से नज़रे मिलाकर बातें कैसे करू मैं दिल करता है ख़ुद को फना कर दूं तेरे इश्क़ में मैं मेरी कतल क्यूं करते हो अपनी बेरुखी दिखा कर मैं तो बेजुबा बन बस तुझे पढ़ती जा रही थी मेरी क़िस्मत का पन्ना अब पलटी थी या तेज़ हवाओं ने मुझे बर्बाद होने से बचाई थी कैसे ख़ुद को पहचान पाऊं मैं तेरे गम से निकलकर पता नही चला मुझे मेरी सांसों की बगावत थी या तेरी कमी मेरी आंखों में दिख रही थी,,, #ybdidi #ybaba #life #love #sad #armanmalik