क्या ज़माने से गिला जब दाम खोटा पड़ गया. खुदगर्ज़ी का आलम हमको पागल पागल कर गया तुम रहे न तुम हमारा नूर फीका पड़ गया. हमसफ़र मिला था जो ताउम्र तन्हा कर गया ताउम्र तन्हा कर गया। # power of love